सफलता की चाहत :- Yogesh Gendre (speech tech guideance, dialogues )
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सफलता और महानता कैसे प्राप्त करें :-
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लवली लाइफ की कुछ लवली बातें- 

स्टेज में बोलने के लिए सफलता पर स्पीच 






दोस्तों_-
ज़िंदगी में हमारी सफलता बहुत सी बातों/कारकों पर निर्भर करती हैं। सफलता के मूल कारणों और   वास्तविक मूल्यों का एक छोटा सा सच भी है कि  हमारा कल हमारे आज पर निर्भर करता है और हमारा आज हमारे अभी के या सुबह के विचारधारा/attitude पर। 

जंगल का राज कौन होता है?  कायदे से जंगल का राजा,हाथी या जिराफ़ होना चाहिए क्योंकि ये दोनों विशालकाय होतें हैं  और  बुद्धिमान भी, शेर जंगल में सबसे बुद्धिमान कतई नहीं होता,न ही वह सबसे ताक़तवर होता है। फिर भी वह जंगल का राजा क्यों कहलाता है ? क्योंकि उसका attitude, उसकी विचारधारा सबसे आक्रामक होता है, सबसे क्रूर होता है।  शेर को जंगल का राजा उसकी शारीरिक ताकत नहीं उसकी मानसिक ज़िद बनाती है।  ज़िद भूख मिटाने की, ज़िद जंगल में राज करने की, ज़िद अपनी ज़िंदगी अपने तरीके से जीने की। इसी बात को , इसी सच्चाई को , इसी कारण को , हम सभी को अपने आज ,कल और अपने 'अभी' में शामिल करना होगा। हमें जानना होगा की हम  वास्तव में सबसे अलग है और अद्भुत है बस जरुरत खुद को पढ़कर समझने की है, लोगो की बाद में पहले अपने दिल को जीतने की है। *जीत*  जरुरी हैं ।  जिसने खुद को जीत लिया उसने  दुनिया को जीत लिया, जिस ने खुद की सेवा कर ली उसने ईश्वर की सेवा कर ली, जिसने खुद का सम्मान किया, उसने दुनिया को सम्मान दिया , जिसने खुद को खुशिया दी दुनिया उसके लिए  महफूज हो गयी , जिसने खुद  से  इश्क़ किया दुनिया उसके लिए खूबसूरत हो गयी   जिसने  खुद को तराशा वह दुनिया के लिए ताजमहल हो गया और दुनिया उसकी  दीवानी हो गयी।



 जिसने दुआओ में अपना समय दिया ; समय ने हमेशा साथ उसका दिया।ज़िंदगी मजे करने के लिए नहीं होती ; लेकिन मज़े के साथ के साथ (उत्साह से) कुछ अच्छा करने के लिए होती है। कुछ ऐसा जो हमारी *पसंद* वक़्त की *मांग* और लोगो की *अपेक्षा* हो। यहाँ अपेक्षा का अर्थ परमार्थ, सद्भावों और सामाजिक  अभिभावों   और सांस्कृतिक मूल्यों से है।


मेरा मानना है की मेहनत हमे इतनी ख़ामोशी  से और इतनी ज्यादा करनी चाहिए  और सफलता दुनिया में शोर मचा दे और आपके होश उड़ा दे। चाहे परिस्थितियां कैसी भी हो।


सिर्फ मरी हुई मछली को पानी का बहाव अपने साथ ले जाती है जिस मछली में जान होती है वह अपना रास्ता खुद बनाती है।


  सबकी अपनी अपनी सोच होती है। हर इंसान अपनी  जगह correct होता है  फिर भी  कोई perfect नही होता ।



  ज़िंदगी में कुछ करना है तो चार कदम आगे की करिये दो कदम आगे की तो हर कोई सोचता है। प्यार, इज्जत, रिश्ते , अहसास ,दर्द, उम्मीदें, कभी न टूटने वाले विश्वास के धागे और कभी ना छुटने वाला साथ कुछ ऐसे ऐसी चीज़ है जो  इन साँसों के सफ़र को  'ज़िंदगी' बनाती है। या फिर यूं कहे हमें जीना सिखाती है। कभी मायुश नहीं होना चाहिए क्योंकि ज़िंदगी में हर तरह का वक़्त आता है ,बस वक़्त गुजर जाने में वक़्त नहीं लगता। कहने को तो बहुत से बाते होती है लेकिन कुछ बातें ख़ामोशी से कही जाती है। ज़िंदगी के किताब में वक़्त  के इन चैप्टर्स के  पन्नों को पढ़कर , समझ कर ,समझदार बनके, सम्भल कर, हम अपना आज , कल और अभी सम्हालें !..हमारे अभी के  attitude पर हमारा आज निर्भर करेगा और हमारा आने वाला हर 'कल' हमारे 'आज' पर।





दिल के कलम से जिंदगानी के जज्बातों को शब्दों मे पिरोकर ....आप को समर्पित किया है। कोई खता हुई हों तो माफ़ कीजियेगा कुछ अच्छा लगे तो याद कीजियेगा। हमें ख़ुशी होगी।

               -- *योगेश गेन्ड्रे* 


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